Founder of Sahara Group of Companies, Shri Subrata Roy Sahara passed away in Mumbai due to serious illness at the age of 75.

Founder of Sahara Group of Companies, Shri Subrata Roy Sahara passed away in Mumbai due to serious illness at the age of 75. A wave of grief ran in the Sahara India family.
Who was Shri Subrata Roy Sahara?
सहारा ग्रुप ऑफ़ कंपनीज के फाउंडर श्री सुब्रत राय सहारा का 75 की उम्र में गंभीर बीमारी के चलते मुंबई में हुआ निधन सहारा इंडिया परिवार में दौड़ी दुःख की लहर
लखनऊ किंग श्री सुब्रत राय सहारा का जन्म 10 जून 1948 को बिहार के अररिया गांव में हुआ था | उन्होंने गवर्नमेंट टेक्निकल इंस्टीट्यूट गोरखपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी | और अपना व्यापार उन्होंने गोरखपुर से सन 1976 में प्रारंभ किया था | 1992 में सहारा ग्रुप ने एक न्यूजपेपर जिसका नाम राष्ट्रीय सहारा रखा के अतिरिक्त अपनी टीवी चैनल सहारा टीवी के नाम से और विभिन्न कंपनी विभिन्न सेक्टर में जिसमें मीडिया रियल स्टेट फाइनेंसआदि में अपनी कंपनियों की शुरुआत की |
इनमें से कुछ चित फंड की कंपनी प्रारंभ की जिन पर सेबी की नजर सन 2014 में पड़ी | और उन्होंने कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी | लखनऊ किंग श्री सुब्रत राय सहारा ने लाखों परिवारों को रोजगार प्रदान किया और सहारा इंडिया परिवार को पूरे उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक कर्मचारी रखने के लिए जाना जाता है | परंतु 2014 के बाद धीरे-धीरे सहारा इंडिया परिवार में कार्यकर्ताओं की संख्या घटने लगीऔर लोगों का भरोसा सहारा इंडिया परिवार से कम होने लगा
Lucknow King Shri Subrata Roy where and when passed away?
खुदरा (Retail), रियल एस्टेट और वित्त क्षेत्र की एक प्रमुख हस्ती सुब्रत रॉय का स्वास्थ्य जटिलताओं के बीच कार्डियोरेस्पिरेटरी स्टोर के कारण मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में निधन हो गया। अपने पूरे करियर के दौरान विभिन्न पोंजी योजनाओं, चिट फण्ड स्कीम और सेबी से मुकदमों के बाद, रॉय को विवादों और कानूनी लड़ाइयों का सामना करना पड़ा |
लखनऊ की शान कहे जाने वाले और सहारा ग्रुप आफ कंपनी के संस्थापक श्री सुब्रत राय सहारा विभिन्न प्रकार की पूंजी स्कीम और सेबी द्वारा लगाए गए मुकदमा के चलते कानूनी प्रक्रियाओं से गुजर रहे थे | और वर्तमान में लंबी बीमारी के चलते मुंबई में उनका इलाज चल रहा था | सहारा श्री का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार14 नवंबर को निधन हो गया | रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को उनका पार्थिव शरीर लखनऊ लाया जाएगा सुब्रत राय सहारा 75 वर्ष की उम्र के थे | उनकी तबीयत खराब होने के बाद उन्हें कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल में रविवार को भर्ती करवाया गया था, जहांउनका निधन मंगलवार को हो गया |
Why is Sahara shri Famous?
सहारा श्री सुब्रत राय सहारा पूरे भारत में खासतौर से उत्तर प्रदेश में विभिन्न कर्मचारीऔर नेटवर्क मार्केटिंग, सहारा इंडिया बीमा कंपनी, सहारा रियल एस्टेटआदि के लाखों कर्मचारियों के लिए दुख का समय है|
सभी लखनऊ पहुंचकरअपना दुख व्यक्त करेंगे यह समय निश्चित तौर पर सहारा इंडिया परिवार के लाखों कार्यकर्ताओं के लिए दुख और धैर्य का समय है जहां एक ओर लाखों पूंजी निवेशक कानूनी प्रक्रियाओं के तहतअभी तक अपना भुगतान प्राप्त नहीं कर सके हैं | सहारा श्री के निधन के कारण दु:खी और परेशान है क्योंकि उनकी एक अंतिम उम्मीद सहारा श्री थे जो सत्य का साथ देते हुए सभी कार्यकर्ताओं और लाखों पूंजी निवेशकों के लिए कानूनी प्रक्रियांओं का सामना कर रहे थे और डटकर उनका मुकाबला कर रहे थे |
बता दें कि सन 2014 से सेबी SEBI और भारतीय कानूनी प्रक्रिया के तहत अभी तक निवेशक उदास बैठे हैं क्योंकि उनका भुगतान उन्हें प्राप्त नहीं हो सका है | एक अंतिम उम्मीद सहारा श्री थे जिनका निधन मंगलवार 14 नवंबर को मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल में हो गया|
Saying Goodbye to Subrata Roy Sahara: A Legacy Remembered

सुब्रत रॉय सहारा ने अपनी मेहनत और आत्मविश्वास के साथ “सहारा ग्रुप” की नींवें रखीं। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अपना क्षेत्र बनाया – वित्त, अवसर, और निवास के क्षेत्र में।
एक अद्वितीय यात्रा का समारोह
आज, हम सुब्रत रॉय सहारा की अद्वितीय यात्रा को समर्पित करते हैं, जिन्होंने अपने संघर्षों और संघर्षों के बावजूद अपने सपनों को हकीकत में बदला। उनकी कड़ी मेहनत, सहनशीलता, और निरंतर प्रयास ने दुनिया को एक नए दृष्टिकोण से देखने को मजबूर किया है।
इस समापन के साथ, हम सुब्रत रॉय सहारा के जीवन की महकती हवा में समर्पित होते हैं, एक व्यक्ति की उम्मीद, साहस, और संघर्ष की गाथा को सुनाने के लिए।
व्यापार में सफलता की राह
उनका यह सफर कुछ क्षणों की मेहनत और कुछ सही निर्णयों का परिणाम था। सुब्रत रॉय सहारा ने साकारात्मक दृष्टिकोण और अद्वितीय विचारशीलता के साथ बड़े पैम्बर्स में कदम रखा। उन्होंने सही समय पर सही निवेश किए और बड़े व्यापार करने का सपना देखा।
सहारा ग्रुप का निर्माण
उनकी मेहनत और उनका संघर्ष सिर्फ इसलिए नहीं था कि वे अपने लिए सफलता प्राप्त करना चाहते थे, बल्कि उन्होंने एक समृद्धि समाज की दिशा में भी काम किया। सहारा ग्रुप ने उनके नेतृत्व में विभिन्न क्षेत्रों में कदम बढ़ाया, जैसे कि वित्त, बनियादी ढांचा, बीमा, रियल एस्टेट, और और भी बहुत कुछ।
जीवन के संघर्षों का सामना
हर सफल व्यक्ति के जीवन में संघर्ष होता है, और सुब्रत रॉय सहारा भी इस नियम का अद्भूत उदाहरण हैं। उन्होंने कई मुश्किलें और विवादों का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए लगातार काम किया।
सेबी के द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद कि उनके द्वारा निवेशकों को ठगा गया है, उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा और उनके जेल जेल से ही उन्होंने अपना व्यापार जारी रखा आज बड़े संघर्षों की उन्होंने कभी भी से हार नहीं माना औरअपने निवेशकों को भरोसा जताते | रहेआज सभी निवेदक उनके भरोसे की वजह से सहारा इंडिया परिवार से जुड़े हुए हैं | लेकिन आज जब सहारा इंडिया परिवार फाउंडर्स श्री सुब्रत राय सहारा नहीं रहे तो सवाल पैदा होता है कि अब इस ग्रुप का कंपनी का क्या होगाक्या यह पहले की भांतिदीपकअपना व्यापारबेहतरीन तरीके से कर सकेगीयह तो भविष्य ही बताएगा
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