Operation Sindoor क्या है : पहलगाम आतंकी हमले पर भारत की रणनीतिक प्रतिक्रिया और कर्नल सोफ़िया कुरैशी के बारे में जानें
Table of Contents
- Operation Sindoor क्या है?
- पृष्ठभूमि: पहलगाम हमला (Pahalgham Attack)
- ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) का निष्पादन कब और कैसे
- हताहतों और क्षति के बारे में
- अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ
- कर्नल सोफ़िया कुरैशी और विंग सीडीआर व्योमिका सिंह?
- 🪖 कर्नल सोफिया कुरैशी: भारतीय सेना की अग्रणी महिला अधिकारी
- ✈️ विंग कमांडर व्योमिका सिंह: भारतीय वायुसेना की हेलीकॉप्टर पायलट
- 🎯 ऑपरेशन सिंदूर में भूमिका
- निष्कर्ष
Operation Sindoor क्या है?
6 मई, 2025 को भारत ने “Operation Sindoor” शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में नौ स्थानों को निशाना बनाकर सटीक हवाई हमलों की एक श्रृंखला थी। इस ऑपरेशन को कर्नल सोफ़िया कुरैशी और विंग सीडीआर व्योमिका सिंह ने लीड किया | यह ऑपरेशन जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले का सीधा जवाब था, जिसमें 26 हिंदू पर्यटक मारे गए थे।

पृष्ठभूमि: पहलगाम हमला (Pahalgham Attack)
पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा हमला कर 26 से अधिक गैरमुस्लिम पर्यटकों को गोलियों से मार दिया गया था | पहलगाम नरसंहार हाल के वर्षों में कश्मीर में पर्यटकों /नागरिकों पर सबसे घातक हमलों में से एक था। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों, विशेष रूप से लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM), TTF को जिम्मेदार ठहराया। इसके बाद, भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर जलप्रवाह के रूट को बदल दिया, पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा रद्द कर दिया। जिस पर प्रतिक्रिया स्वरुप पाकिस्तान द्वारा भी भारतीय राजनयिकों को निष्कासित कर दिया और भारतीय नागरिकों के लिए वीजा रद्द कर दिया
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) का निष्पादन कब और कैसे
6 मई की सुबह, भारतीय वायु सेना ने 23-24 मिनट की अवधि में 24 से अधिक मिसाइल हमले किए, जिसमें बहावलपुर, मुरीदके, मुजफ्फराबाद, कोटली और सियालकोट, गुलपुर, सवाई बरनाला सहित 9 स्थानों पर आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया गया। ये क्षेत्र लश्कर और जैश के गढ़ माने जाते रहे हैं। भारत ने इस बात पर जोर दिया कि हमले “केंद्रित, मापा हुआ और गैर-बढ़ाने वाला” था, जिसका उद्देश्य नागरिक हताहतों से बचना था।
ऑपरेशन में भारतीय सेना द्वारा SCALP और AASM हैमर मिसाइलों से लैस उन्नत राफेल जेट का इस्तेमाल कर हमला किया गया। भारतीय सेना ने हमलों की सटीकता को प्रदर्शित करते हुए हमलों के फुटेज भी जारी किए।
हताहतों और क्षति के बारे में
भारत ने लगभग 70 आतंकवादियों के खात्मे और 21 आतंकी शिविरों के नष्ट होने की सूचना दी। हालांकि, पाकिस्तान ने दावा किया कि हमलों के परिणामस्वरूप नागरिक हताहत हुए, जिसमें एक बच्चे की मौत और अन्य घायल हुए, और इस ऑपरेशन को “युद्ध की कार्रवाई” करार दिया। ([विकिपीडिया][6], [द गार्जियन][4])
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने दो परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त की। संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और रूस ने दोनों देशों से संयम बरतने और आगे की वृद्धि को रोकने के लिए बातचीत में शामिल होने का आग्रह किया। हालाँकि संयुक्त राज्य अमेरिका ने पाकिस्तान को भारत द्वारा किये कार्यवाही हमलों के बदले हमला ना करने की सलाह दी है ताकि आतंकवादिओं का खात्मा किया जा सके पाकिस्तान इसे मुल्क पर किया गया हमला न समझे बल्कि आवाम को सुरक्षित करते हुए अपने देश पर हुए हमले के बदले आतंक और आतंकवादियों को ठिकानो को नष्ट करने के लिए की गयी कार्यवाही हमला ही समझा जाये | (न्यू यॉर्क पोस्ट, [द गार्जियन][4])
कर्नल सोफ़िया कुरैशी और विंग सीडीआर व्योमिका सिंह?
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह भारतीय सशस्त्र बलों की दो प्रेरणादायक महिला अधिकारी हैं, जिन्होंने हाल ही में “ऑपरेशन सिंदूर” के मीडिया ब्रीफिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।(Wikipedia)
🪖 कर्नल सोफिया कुरैशी: भारतीय सेना की अग्रणी महिला अधिकारी
- जन्म और शिक्षा: कर्नल सोफिया कुरैशी का जन्म 1981 में वडोदरा, गुजरात में हुआ था। उन्होंने महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय से बायोकैमिस्ट्री में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। (The Indian Express)
- सैन्य करियर: 1999 में भारतीय सेना की सिग्नल कोर में शामिल हुईं। 2016 में, उन्होंने “एक्सरसाइज फोर्स 18” में भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व किया, जो कि एक बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास था। (The Indian Express)
- संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन: 2006 में, उन्होंने कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में सेवा दी।
- व्यक्तिगत जीवन: उनके दादा भारतीय सेना में धार्मिक शिक्षक थे, और उनके पति मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री में अधिकारी हैं। (The Economic Times)
✈️ विंग कमांडर व्योमिका सिंह: भारतीय वायुसेना की हेलीकॉप्टर पायलट
- प्रारंभिक जीवन: बचपन से ही वायुसेना में शामिल होने का सपना देखा। स्कूल में एनसीसी का हिस्सा रहीं और बाद में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।
- वायुसेना में करियर: 2019 में भारतीय वायुसेना की फ्लाइंग ब्रांच में स्थायी कमीशन प्राप्त किया। उन्होंने 2,500 से अधिक घंटे उड़ान भरी है, जिसमें जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत के कठिन क्षेत्रों में संचालन शामिल हैं। (www.ndtv.com)
- रेस्क्यू मिशन और अभियान: 2020 में अरुणाचल प्रदेश में एक महत्वपूर्ण बचाव अभियान का नेतृत्व किया। 2021 में, उन्होंने माउंट मणिरंग (21,650 फीट) पर एक त्रि-सेवा महिला पर्वतारोहण अभियान में भाग लिया। (www.ndtv.com)
🎯 ऑपरेशन सिंदूर में भूमिका
7 मई 2025 को, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने “ऑपरेशन सिंदूर” के मीडिया ब्रीफिंग का नेतृत्व किया। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर किया गया था। (Hindustan Times)
इन दोनों अधिकारियों की उपलब्धियाँ भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं की बढ़ती भूमिका और नेतृत्व क्षमता का प्रतीक हैं।
Meet Col. Sophia Qureshi & Wg. Cdr. Vyomika Singh
निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद-रोधी रणनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतिनिधित्व करता है, जो कथित खतरों के खिलाफ गहरे हमले करने की इच्छा को दर्शाता है। जबकि भारत का कहना है कि यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ़ एक ज़रूरी प्रतिक्रिया थी, लेकिन आगे भी इसके बढ़ने की संभावना चिंता का विषय बनी हुई है। यह स्थिति भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों को सुलझाने के लिए कूटनीतिक प्रयासों के महत्व को रेखांकित करती है।(एलहफ़पोस्ट)
ऑपरेशन सिंदूर कैसे सामने आया | भारत ने पाकिस्तान पर हमला किया